भारतीय राजनीति में चर्चा का विषय बनी विपक्षी गठबंधन की बैठक, जिसमें जनवरी 2024 के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने का फैसला किया गया। इस बैठक में 28 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया और बहस के माध्यम से आगे की रणनीति पर विचार किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस से कहा, “गठबंधन की आज चौथी बैठक में 28 दलों ने हिस्सा लिया और सभी ने मिलकर यह फैसला किया है कि आगे कैसे काम किया जाए।” उन्होंने बताया कि जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा और पहले प्रदेश स्तर पर सीटों के तालमेल पर बात होगी।
बैठक में प्रधानमंत्री पद के चेहरे से जुड़े मुद्दे पर खड़गे ने कहा, “पहले जीतने की कोशिश करेंगे, उसके बाद सांसदों के संवाद और फैसले होंगे।” उन्होंने निलंबित सांसदों के खिलाफ आगाही दी और बताया कि 22 दिसंबर को अखिल भारतीय प्रदर्शन का आयोजन होगा।
बैठक में कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे, जैसे कि कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, जनता दल (यू) से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तृणमूल कांग्रेस से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे।
सामाजिक नेताओं की मौजूदगी ने इस बैठक को राजनीतिक मामलों की तीव्रता मिलाई। इस बैठक के बाद कार्यवाही की अनुमानित तारीखों की जानकारी नहीं मिली है।
सांसदों के निलंबन के खिलाफ उनकी आवाज़ बुलंद करने वाले इस प्रस्ताव ने राजनीतिक माहौल में उत्साह और उत्तेजना बढ़ाई है। आगामी दिनों में होने वाले नवीनतम घटनाओं की नजर रखी जा रही है।