जब मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को संसद भवन में प्रवेश की इजाजत नहीं मिली, तो वह अपनी कार से बाहर निकलकर शार्दुल द्वार से अंदर गए। परिसर में और भी सुरक्षा कड़ी गई, जिसमें पहचान पत्र के बिना किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। इसके बाद सुरक्षा बढ़ाई गई और नए भवन के मकर द्वार को अभी तक सभी के लिए बंद कर दिया गया है। यह सभी घटनाओं के बाद हुआ, जहां एक व्यक्ति ने संसद में प्रवेश करने की कोशिश की और वहां चले आए गए सुरक्षाकर्मियों और सांसदों की गहरी संघर्ष का सामना किया। उसे कानूनी धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
विशेषज्ञ सुरक्षा के बारे में व्याख्या करने वाले तत्वों के अनुसार, यहां कुछ मुख्य पोइंट्स हैं:
- सुरक्षा बढ़ाई गई: संसद भवन और इसके आसपास की सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है। पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने जांच किए बिना किसी को भवन में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री का प्रवेश: मेघालय के मुख्यमंत्री को इमारत के मकर द्वार से प्रवेश की इजाजत नहीं थी, लेकिन वे शार्दुल द्वार से अंदर गए।
- सदस्यों और मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध: संसद के सदस्यों और मीडिया कर्मियों को बिना पहचान पत्र के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
- नए भवन के प्रवेश पर प्रतिबंध: सुरक्षा चुक के बाद, नए भवन के मकर द्वार का प्रवेश सभी के लिए अब अस्वीकार्य कर दिया गया है।
- संघर्ष घटना की तारीख: यह संघर्ष घटना बुधवार को हुई थी, जब दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से नीचे कूदे। उनमें से एक ने सांसदों की सीट पर कूदने का प्रयास किया। उसे घेरा गया और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।
- कानूनी कार्रवाई: आरोपियों के खिलाफ धारा 120 बी, 453, 153, 186, 353 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।